बीसीसीएल एरिया 3 अंतर्गत खरखरी कोलियरी पीट संख्या 2 के 266 बीसीसीएल कर्मी लगभग 1 वर्ष आठ माह से लगातार आंदोलन और धरना प्रदर्शन करते आ रहे हैं. दूसरी और बीसीसीएल की गोल मटोल रवैया के कारण उक्त कोलियरी में एमडीओ सिद्ध करके इसे आउटसोर्सिंग के हाथों देने का साजिश रचा जा रहा है. आंदोलन कर्मियों ने बताया कि इससे उनलोगों का भविष्य अंधकारमय दिख रहा है. बिहार कामगार यूनियन के केंद्रीय उपाध्यक्ष सह सीटू के जिला सचिव शेख रहीम ने बताया की एमडीओ निजीकरण का रास्ता है जो आउटसोर्सिंग की ओर ले जाता है. खरखरी कोलियरी पीट संख्या दो चालू चाणक है जहां उत्पादन होता आ रहा है. लेकिन डीजीएमएस एक षड्यंत्र के तहत इसे आउटसोर्सिंग के हाथों देना चाहती है. बताया गया कि एमडीओ वहां लागू होता है जहां कोई खदान वर्षों से बंद पड़ी हो और वहां कोयला प्रचुर मात्रा मे रिजर्व स्टॉक हो. लेकिन यहां तो विपरीत कार्य किया जा रहा है. यहाँ 266 बीसीसीएल कर्मियों का खरखरी कोलियरी में हाजिरी बनता है. यहां अच्छा उत्पादन हो रहा है, ब्लास्टिंग तक होता है. लेकिन बीसीसीएल एक सोची समझी साजिश के तहत उक्त कोलियरी को एमडीओ करार देकर आउटसोर्सिंग के हाथों सौंपना चाहती है. जिसका हम सब कर्मी पुरजोर विरोध करते हैं. यदि बीसीसीएल तत्काल एमडीओ पर रोक नहीं लगाती है तो आगे चलकर हम उग्र आंदोलन को बाधित होंगे. जिसका जिम्मेवार बीसीसीएल प्रबंधन स्वयं होगा. बताया गया कि मामले को लेकर खरखरी कोलियरी के एजेंट विजय कुमार से वार्ता हुई है, उन्होंने मामले को उच्च स्तर पर रखने का और सुलझाने का आश्वासन दिया है.
इस धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से
जनता मजदूर संघ के नेता भवानी सेन, घनश्याम यादव, बाबू तिवारी, अजय महतो, याकूब अंसारी, भागीरथ मंडल ठाकुर, प्रसाद महतो, मोहम्मद ताजमूल, मोहम्मद असगर, शेख सिद्दीकी, जोहर सिंह, जोगी महतो के अलावे अन्य दर्जनों बीसीसीएल कर्मी उपस्थित थे.
0 Comments