जिनकी जिम्मेदारी सरकारी संपत्ति बचाने की है, वही दोनों हाथों से लुटवा रहे हैं सरकारी जमीन
बाघमारा सीओ की लापरवाही से जमीन माफिया धड़ाधड़ बेच रहे दुकान, कमा रहे करोडों का मुनाफा
प्रधान संपादक: दुलाल मुखर्जी
कतरास: सरकार ने अपने जिन नुमाइंदों को सरकारी संपत्तियों की रक्षा करने के लिए कुर्सी पर बैठाया है, वही नुमाइंदों कुर्सी पर बैठकर मोटी रकम का सौदा करके सरकारी संपत्तियों को दोनों हाथों से लुटवा रहे हैं। धनबाद जिले के बाघमारा में सरकारी जमीनों की लूट भारी पैमाने पर हो रही है। बाघमारा अंचल के जिम्मेदार अधिकारी की लापरवाही से बाघमारा के कई इलाकों में भू माफियाओं के द्वारा सरकारी जमीनों की खुलेआम लूट की जा रही है।
रथयात्रा के दिन अवैध मार्केट में खुला दुकान, अधिकारियों के बंद रहे आंख और कान
बाघमारा थाना क्षेत्र अंतर्गत डुमरा सामुदायिक भवन के समीप सड़क किनारे की सरकारी जमीन को भू माफिया के द्वारा कब्जा कर अवैध रूप से मार्केट बना दिया गया है। बीते रथ यात्रा के दिन उक्त मार्केट के एक दुकान का उद्घाटन भी कर दिया गया।लेकिन अंचल के जिम्मेदार अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगा। जिस जगह पर सरकारी जमीन कब्जा कर अवैध रूप से मार्केट एवं दुकान बना लिया गया है, वहां से अंचल कार्यालय बाघमारा की दूरी महज 1 से 2 किलोमीटर ही है। उसके बावजूद भी भू माफियाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से बाघमारा सीओ की कार्यशैली को लेकर कई सवाल खड़ा हो रहे हैं। बता दे कि उक्त जमीन का मामला हाईकोर्ट में पेंडिंग है। उसके बावजूद भी निर्माण कार्य जारी है। एक ओर धनबाद उपायुक्त आदित्य रंजन भू माफियाओं के खिलाफ सख्त तेवर अपना रहे हैं। वहीं कुछ भ्रष्ट अधिकारी अपने वरीय अधिकारियों के आदेश को चुनौती देते हुए भू माफियाओं से साठ गांठ कर करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं। बता दे की पूर्व अंचल अधिकारी रवि भूषण प्रसाद ने भू माफियाओं को खदेड़कर भगाया था तथा अवैध निर्माण कार्य पर रोक भी लगाया था।
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