सतपुरुष मंदिर की भूमि पर अवैध कब्जे का प्रयास! सरपंच, पटवारी और नायब तहसीलदार पर मिलीभगत के गंभीर आरोप
बिलासपुर/बिल्हा: बिलासपुर जिले के बिल्हा तहसील अंतर्गत ग्राम गुमा में एक पुश्तैनी धार्मिक स्थल सतपुरुष मंदिर की भूमि को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। गाँव के निवासी गोपग्गम गेंदले ने कलेक्टर जनदर्शन में आवेदन प्रस्तुत कर ग्राम सरपंच, पटवारी और नायब तहसीलदार पर मंदिर की जमीन को कब्जाने की साजिश का आरोप लगाया है।
क्या है मामला?
आवेदक गोपग्गम गेंदले ने बताया कि उनके परदादा बसावन प्रसाद गेंदले ने वर्ष 1975-76 में धार्मिक भावना से सतपुरुष मंदिर की स्थापना की थी। उनके पिता स्व. फूलदास गेंदले मंदिर की सेवा-पूजा करते रहे और आज भी मंदिर से लगी जमीन खसरा नंबर 308/1, 308/2, 308/3 (वर्तमान में समेकित खसरा 308) एवं 700 का स्वामित्व उनके नाम से राजस्व अभिलेखों में दर्ज है।
गेंदले का कहना है कि वे स्वयं मंदिर की नियमित सेवा करते हैं और मंदिर की भूमि के उत्तराधिकारी हैं। लेकिन वर्तमान सरपंच जितेन्द्र गेंदले, उनके भाई जैनेन्द्र व बैसाखिया, पटवारी नीरज सिंह ठाकुर और नायब तहसीलदार विनीता शर्मा की मिलीभगत से उक्त भूमि पर कब्जा करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।
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प्रशासनिक प्रक्रिया में पक्षपात का आरोप
गेंदले ने आरोप लगाया कि सरपंच द्वारा बार-बार नायब तहसीलदार कार्यालय में स्थल निरीक्षण की मांग की जा रही है, जिसमें आवेदक को उचित रूप से नहीं सुना गया। साथ ही, निरीक्षण की तिथि बार-बार बढ़ाई जा रही है, जबकि आवेदक हर बार उपस्थित रहता है, लेकिन संबंधित अधिकारी या प्रतिवादी अनुपस्थित रहते हैं। इससे जानबूझकर प्रक्रिया को लटकाया जा रहा है।
भूमि का बढ़ता मूल्य बना विवाद की जड़
आवेदक के अनुसार यह भूमि अब अत्यधिक मूल्यवान हो चुकी है, इसी कारण कुछ लोग इसे कब्जाने की साजिश रच रहे हैं। जबकि उक्त भूमि का पूर्व में आपसी बंटवारा भी हो चुका है और सभी पक्ष अपने-अपने हिस्से में काबिज हैं।
कलेक्टर से की गई मांगें
गेंदले ने आवेदन में मांग की है कि –
- पटवारी नीरज सिंह ठाकुर का तत्काल तबादला किया जाए
- सरपंच जितेन्द्र पर पद के दुरुपयोग की कार्यवाही हो
- नायब तहसीलदार विनीता शर्मा की भूमिका की निष्पक्ष जांच की जाए
एडवोकेट खुशबू जायसवाल के माध्यम से गोपग्गम गेंदले ने कलेक्टर जनदर्शन में शिकायत दर्ज कराई है और न्याय की गुहार लगाई है कि उनके पुश्तैनी धार्मिक स्थल की भूमि की रक्षा हो तथा दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।


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