जमीन कारोबारियों ने निजी हित के लिए पुल के मार्ग को बाउंड्री वाल करके बन्द कर दिया है- निरंजन गोप
कतरास: 28-03-2025
बाघमारा प्रखंड के अंतर्गत जमुआटांड पंचायत के खमारगोड़ा में 3.3 करोड़ की लागत से बने नवनिर्मित पुल एक बार फिर से विवादों में आ गई है। ग्रामीणों के आवागमन को सुविधाजनक बनाने के लिए बनाए गए पुल को बिल्डरों ने एक तरफ से बाउंड्री वाल देकर रास्ते को पूरी तरह से बंद कर दिया है। बाउंड्री वाल में पेसिफिक प्रीकॉस्ट के द्वारा "बाउंड्री वाल के लिए सम्पर्क करें" का प्रचार भी किया गया है, जिसके लिए 9241816969 एवं 9241826969 न० भी दिया गया है। जानकारी हो कि नवनिर्मित पुल खमारगोड़ा बस्ती को एनएच 32 (राजगंज से कतरास, महुदा) से जोड़ता है। इस पुल का निर्माण यह सोचकर किया गया था कि इससे खमारगोड़ा पंचायत के ताराटाँड़, छाताटाँड़, मलिक टोला और झारखोर बस्ती के लगभग 2 हजार की आबादी को सीधे सीधे लाभ पहुंचेगा और वे कम समय मे एनएच 32 से कतरास या महुदा जा सकेंगे। लेकिन बिल्डरों ने पुल के दूसरे छोर पर (जो कि बस्ती की ओर जाता है) रास्ते को बाउंड्री देकर बन्द कर दिया है, जिससे ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। लेकिन बिल्डरों एवं भूमाफियाओं के ख़ौफ़ से कोई भी अपनी जुबान खोलने की जोहमत नही उठा रहा है। कुछ महीने पहले जमुआटांड पंचायत के मुखिया निरंजन गोप ने कहा था कि पुल के एक छोर से फोरलेन सड़क तक एवं दूसरी छोर से बस्ती की ओर 100 फीट तक सड़क बनाई जाएगी ताकि ग्रामीण उस पर सुगमता से पैदल या अपने वाहन से आना जाना कर सकेंगे। लेकिन बिल्डरों ने तो पुल से आने जाने का रास्ता ही बन्द कर दिया।
इस संबंध में पूछे जाने पर जमुआटांड पंचायत के मुखिया निरंजन गोप ने कहा कि अपने निजी स्वार्थ सिद्ध करने के लिए जमीन कारोबारियों ने पुल का रास्ता बंद कर दिया है। इस पर क्या कदम उठाएंगे पूछने पर उन्होंने कहा कि पुल को ग्रामीणों के द्वारा तोड़ देना चाहिए। साथ ही कहा कि यदि किसी के द्वारा लिखित शिकायत की जाएगी तो वे करवाई के लिए संबंधित अधिकारियों को लिखेंगे। इस संबंध में जानकारी लेने के लिए बाघमारा अंचल अधिकारी को 2 बार फोन लगाया गया लेकिन उन्होंने फोन नही उठाया।


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