कतरास: 12-04-2025
2 दिन के भीतर लगातार दूसरी बार बाघमारा अंचल अधिकारी बालकिशोर महतो पर बाघमारा थाने में ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज की गई। यह प्राथमिकी धर्माबांध निवासी जगनी देवी के पुत्र विशाल कुमार महतो ने दर्ज कराई है। विशाल कुमार महतो ने बताया कि अबुआ आवास के लिए उनकी माँ जगनी देवी को पहली किस्त 30 हजार रुपये प्राप्त हो गए थे। लेकिन निर्माण के दौरान उनके पड़ोसी के द्वारा निर्माण कार्य पर बाधा पहुंचाया गया। जिसके कारण उन्होंने अगस्त में जमीन मापी का ऑनलाइन आवेदन दिया तथा बाघमारा सीओ के आदेश पर उन्होंने जमीन मापी के लिए 1 हजार रुपये का ऑनलाइन भुगतान भी किया। लेकिन बाघमारा अंचल अधिकारी बालकिशोर महतो के द्वारा जमीन मापी नहीं कराया जा रहा है। बाघमारा प्रखंड विकास पदाधिकारी बाघमारा के द्वारा भी दिनाँक- 6 मार्च 2025 को पत्रांक सँख्या- 455 के माध्यम से अंचल कार्यालय को जमीन मापी करने के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है। उसके बावजूद भी उसके जमीन का मापी नहीं किया जा रहा है। इस कार्य को करवाने के लिए जब वो और उसकी मां जगनी देवी ग्राम स्वराज अभियान के बैनर तले धरने पर बैठकर जमीन मापी करवाने का बार-बार गुहार लग रही है तो भी मापी नहीं किया जा रहा है। उल्टे सीओ बाल किशोर महतो हमलोगों पर सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का केस करने का धमकी दे रहे हैं । विशाल ने कहा कि मीडिया के समक्ष बाघमारा सीओ ने झूठा बयान देते हुए कहा कि 19 मामलों में से 17 मामलों का निष्पादन किया जा चुका है जिसमें जगनी देवी का भी मामला का निष्पादन हो गया है, यह सरासर झूठ है। मेरा जमीन का मापी अब तक नहीं हुआ है।
बाघमारा सीओ बाल किशोर महतो का व्यवहार ब्रिटिश जमाने के क्रूर अधिकारियों से भी ज्यादा खराब है- विशाल कुमार महतो
विशाल महतो ने बताया कि उनके पिता बाहर में मजदूरी करते थे, अब उनका तबीयत बहुत ही खराब हो गया है। उनके स्थान पर अब वह खुद तमिलनाडु के एक कपड़ा मिल में मजदूरी का काम करते हैं। उसकी मां जगनी देवी दूसरों के घर का कामकाज करती है। जमीन मापी के लिए बिचौलियों के द्वारा मोटी रकम की मांग की जा रही है जो की देना संभव नहीं है। इसलिए धरना पर बैठकर अपने जमीन सीमांकन के लिए बार-बार आग्रह कर रहे हैं। लेकिन बाघमारा सीओ बाल किशोर महतो का व्यवहार अंग्रेजों के जमाने के क्रूर अधिकारियों से भी ज्यादा खराब है। वे बिना रिश्वत के काम नहीं करना चाहते हैं। उल्टा सरकारी काम मे बाधा पहुंचाने का केस करने की धमकी देते हैं। बता दे कि इससे एक दिन पहले ही धरना में बैठे एक अन्य रैयत दिलीप कुमार महतो ने भी बाघमारा सीओ पर ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज किया है। धरना दे रहे सभी रैयत बाघमारा सीओ के व्यवहार से बहुत ही आहत है। हालांकि रैयत अपने हक और अधिकार के लिए पूरी तरह से लड़ने के लिए तैयार दिख रहे हैं। वहीं ग्राम स्वराज अभियान के संस्थापक जगत महतो ने कहा कि अंचल अधिकारी बाघमारा को बताना चाहिए की रैयतों के 19 मामलों में से कौन सा मामला ऐसा है जो इलीगल है और उसके लिए दबाव बनाया जा रहा है। देखना है कि रैयतों के मामलों का निष्पादन कब तक होगा।


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